आपकी कुण्डली के अष्टम भाव में अगर कार्य भाव स्वामी स्थित है तो आप स्थायी तौर पर कार्य करने में आपको परेशानी आ सकती है.मार्केटिंग के काम में आपको अच्छी सफलता मिलेगी.आप व्यापार करते हैं तो इसमें समय समय पर आप बदलाव कर सकते हैं.अगर दशमेश बृहस्पति है और ...
गुरू को सत्वगुणी ग्रह माना जाता है. यह ज्ञान व भाग्य का प्राकृति स्वामी ग्रह माना जाता है. ज्योतिषशास्त्र में इसे धन का कारक भी कहा गया है. आजीविका का सम्बन्ध धन व आय से होता है. इस लिहाज से गुरू का सम्बन्ध आजीविका स्थान यानी दसवें घर से होने पर शुभ ...
व्यवसाय का सम्बन्ध जीविका से है. जीविका के लिए व्यक्ति व्यापार करता है या नौकरी. इसका स्तर छोटा भी हो सकता है और बड़ा भी. इसमें पदोन्नति भी होती है और स्थानांतरण भी. प्रश्न कुण्डली रोजगार और व्यवसाय से सम्बन्धित सभी पहलूओं का उत्तर देने में सक्षम है....